सी.एम.एस. में 22 नवम्बर से
58 देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश व कानूनविद् प्रतिभाग करेंगे
लखनऊ।सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 25 वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 22 से 24 नवम्बर 2024 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु 58 देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी सी.एम.एस. के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने दी है।
खन्ना ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है।
खन्ना ने बताया कि इस ऐतिहासिक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में श्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री, भारत सरकार, श्री अर्जुन राम मेघवाल, कानून एवं न्यायमंत्री, भारत सरकार, श्री कीर्तिवर्धन सिंह, राज्यमंत्री, विदेश, भारत सरकार, डा. सुधांशु त्रिवेदी, सांसद, राज्यसभा, सुश्री काटालिन नोवाक, पूर्व राष्ट्रपति, हंगरी, श्री कार्लाेस मैनुअल विला नोवा, राष्ट्रपति, साओ टोम और प्रिंसिपल, सर रॉडनी एरे लारेंस विलियम्स, गवर्नर-जनरल, एंटीगुआ और बारबुडा, श्री कासम उतीम, पूर्व राष्ट्रपति, मॉरीशस, न्यायमूर्ति एंथनी थॉमस एक्विनास कार्माेना, पूर्व राष्ट्रपति, त्रिनिदाद और टोबैगो, डा. पाकलिथा बी मोसिसिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो, श्री यान-हेनरी सेन्ट, पूर्व प्रधानमंत्री, हैती, श्री अल्बान किंग्सफोर्ड सुमाना बागबिन, संसद के अध्यक्ष, घाना, न्यायमूर्ति श्री दलवीर भंडारी, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैंड आदि अपनी गरिमामय उपस्थिति से सम्मेलन का गौरव बढ़ायेंगे।
खन्ना ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जिन 58 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् प्रतिभाग कर रहे हैं, उनमें अंगोला, एंटीगुआ एण्ड बारबुडा, आर्मेनिया, बेनिन, बोत्सवाना, ब्राजील, बर्किना फासो, बुरुंडी, कंबोडिया, कैमरून, चिली, कोस्टारिका, कोट डी इवोर, क्रोएशिया, कांगो, इक्वाडोर, मिस्र, स्वातिनी, फिजी आइसलैण्ड, जार्जिया, घाना, ग्वाटेमाला, गिनी, हंगरी, गुयाना, हैती, इटली, जमैका, किर्गिज़ रिपब्लिक, लेसोथो, लीबिया, लक्ज़मबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, माली, मॉरिटानिया, मॉरीशस, मंगोलिया, मोज़ाम्बिक, म्यांमार, नीदरलैण्ड, निकारगुआ, पनामा, पेरू, साओ टोम और प्रिंसिप, सऊदी अरब, सर्बिया, स्लोवेनिया, साउथ सूडान, सूरीनाम, तंजानिया, चाड, त्रिनिदाद और टोबैगो, इंग्लैण्ड, अमेरिका, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।
खन्ना ने बताया कि लखनऊ पधारने से पूर्व विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 20 नवम्बर को प्रातः 10.00 बजे नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि ‘राजघाट’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं इसके उपरान्त दोपहर 12.00 बजे कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। इसी दिन, ये प्रख्यात हस्तियां राष्ट्रपति भवन जायेंगे एवं इसके उपरान्त लोटस टेम्पल में राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सम्मिलित होंगे।
21 नवम्बर को सभी प्रख्यात हस्तियाँ आगरा में ताजमहल का दीदार कर लखनऊ के लिए रवाना होंगे। इस ऐतिहासिक सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन 22 नवम्बर को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा तथापि दिन भर की चर्चा-परिचर्चा के उपरान्त सायं 5.00 बजे विभिन्न देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के सम्मान में भव्य ‘स्वागत समारोह’ आयोजित किया जायेगा।
खन्ना ने विश्वास व्यक्त किया कि यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित व सुखमय भविष्य की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।