
समाजवादी अनुसूचित जनजाति द्वारा पीडीए बैठक
वाराणसी। सपा कार्यालय अर्दली बाजार में भगवान बुद्ध की जयंती मनायी गई। इस अवसर पर भगवान बुद्ध को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके द्वारा बताए गए प्रेम, भाईचारा, दया, करुणा और क्षमा को आत्मसात करने का संकल्प लिया। लोगों ने ‘मानव-मानव एक समान’ के नारे भी लगाए। इसके बाद समाजवादी अनुसूचित जनजाति द्वारा पीडीए जन चर्चा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि समाजवादी अनुसूचित जनजाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व्यासजी गौड़ ने भगवान बुद्ध के विचारों का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि बुद्ध के मार्ग पर चलने से समाज में शांति और विकास होता है। जहां बुद्ध के विचार होंगे, वहां शिक्षा और विज्ञान का विकास होगा। बुद्ध के सिद्धांतों से अंधविश्वास और पाखंड समाप्त होते हैं। बुद्ध के मार्ग पर चलने से नई तकनीक और विकास को बढ़ावा मिलता है। समाज में प्रेम, भाईचारा, दया, करुणा और क्षमा की भावना बढ़ती है। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने कहा कि प्रकाश की ओर बढ़ने के लिए बुद्ध के मार्ग का अनुसरण आवश्यक है। उन्होंने लोगों से बुद्ध के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। संचालन डॉ उमाशंकर सिंह यादव ने किया।
इस अवसर पर वंशराज गौड़, उमेश प्रधान, अखिलेश यादव, आकाश मौर्या, चन्द्रशेखर सिंह, दीपचंद गुप्ता, हरिशंकर विश्वकर्मा, डॉ नंदलाल कन्नौजिया, गोविन्द पटेल, शशी यादव, काली प्रसाद गौड़, रामसिंह भारद्वाज, दुर्गा यादव, गोपाल पाण्डेय, डी के मौर्या, डॉ राजेंद्र प्रसाद सोनकर, राजेंद्र प्रसाद, दयाराम यादव, विवेक कहार, सचिन प्रजापति, शिवप्रसाद गौतम, विनोद भास्कर गौड़, रामू सोनकर, पायल जायसवाल, रीना यादव व विनोद शुक्ला आदि ने विचार व्यक्त किया।
