
रिपोर्ट उपेन्द्र कुमार पांडेय, आजमगढ़
आजमगढ़।शिक्षा जगत में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगातार सवाल उठते रहे है। स्कूल खोलने से लेकर शिक्षा से जुड़ा कोई भी कार्य करना है तो बिना घूस के आप आगे नहीं बढ़ सकते।
जी हां घूसखोरों को ऐसा जवाब मिला है तब ,जब आजमगढ़ में विद्यालय की मान्यता देने के नाम पर एक क्लर्क गिरफ्तार हुआ है। तो वही दूसरी तरफ एडी बेसिक के ऊपर भी मुकदमा दर्ज हो गया। जब एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ क्लर्क को पकड़ा।
बलिया जिले के निवासी राजीव कुमार सिंह ने एंटी करप्शन टीम को शिकायती पत्र सौंपकर आरोप लगाया था कि आजमगढ़ एडी बेसिक कार्यालय में तैनात लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक की मान्यता दिलाने के नाम पर एक लाख रुपए रिश्वत के तौर पर मांग कर रहे है।
सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी करते हुए दो लोक सेवक के सामने लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव को रिश्वत लेते हुए एक लाख रुपए केमिकल लगे नोटो के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी जाफरपुर के न्यू कॉलोनी का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद भी आरोपी क्लर्क मुस्कुराते देखा गया। जैसे कुछ हुआ ही न हो।
वही इस मामले में यूनिट प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया का कहना था कि आरोपी ने बताया की रिश्वत का पैसा एडी बेसिक को भी जाता है।
इसी आधार पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक और जिला विद्यालय निरीक्षक का पद संभाल रहे मनोज मिश्रा को भी मुलजिम बनाते हुए एंटी करप्शन की टीम वैधानिक कार्यवाही में जुटी हुई है।
