वाराणसी। प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र की ओर से प्रेमचंद स्मारक स्थल लमही में प्रतिदिन आयोजित सुनों मैं प्रेमचंद कहानी पाठ के 1301 दिवस पूर्ण होने पर रविवार को प्रेमचंद कहानी दफ्तरी का पाठ कवि प्रांजल श्रीवास्तव ने किया। संस्था के संरक्षक श्रद्धानन्द ने कहा कि प्रेमचंद की प्रेमचंद का साहित्य यथार्थ का आग्रह जड़ता और यथास्थिति में बदलाव के पक्ष में होता है, जिसे प्रेमचन्द ने समझा है, कहानियों में उकेरा भी है। स्वागत
श्रद्धानन्द, प्रकाश श्रीवास्तवव निदेशक राजीव गोंड ने किया।
इस अवसर पर राजीव श्रीवास्तव, आशिष श्रीवास्तव, राहुल विश्वकर्मा, राजेश श्रीवास्तव,मनोज विश्वकर्मा विश्वकर्मा आदि थे। संचालन आयुषी दूबे और धन्यवाद ज्ञापन प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।