वाराणसी। आज जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के अध्यक्षता कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सहकारी विकास समिति (DCDC) की उपसमिति, संयुक्त कार्यकारी समिति (JWC) की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।
प्रमुख प्रतिभागियों में सहायक निबंधक (सहकारिता), जिला विकास प्रबंधक (नाबार्ड), महाप्रबंधक (NDDB), सहायक निदेशक (मत्स्य), मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, और CEO (जिला सहकारी बैंक) उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई।
अल्पसेवित न्याय पंचायतों में बहुउदेश्य प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (बी-PACS) की पहचान: बैठक में उन न्याय पंचायतों में बी-PACS की पहचान पर विचार किया गया, जहाँ कृषि और अन्य सेवाओं की पर्याप्त पहुंच नहीं है। निम्न 6 न्याय पंचायत -परसरा, पिंडरा, अमउत, आहरथ, बेनीपुर एवं बीकापुर में नयी समितियों का गठन प्रस्तावित किया गया।
सहकारी समितियों के बीच सहयोग: बी-PACS, डेयरी सहकारी समितियाँ और मत्स्य सहकारी समितियों के तहत सदस्य किसानों को सेवाएँ प्रदान करने और बहु-व्यवसाय गतिविधियों के संचालन में एक-दूसरे के साथ सहयोग करने के लिए निर्देशित किया गया।
निष्क्रिय सहकारी समितियों की पुनर्जीवित योजना: बैठक में अकार्यरत बी-PACS, डेयरी सहकारी समितियों, और मत्स्य सहकारी समितियों की स्थिति पर चर्चा की गई और इनके पुनरुद्धार के लिए अगली बैठक तक कार्य योजना तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी महोदय ने प्रतिभागियों से सहकारिता को मजबूत करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया और भविष्य की रणनीतियों को क्रियान्वित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकल्प लिया।