विदुषी वर्मा के गायन से श्रोतागण झूमे

रिपोर्ट संदीप सेठ
वाराणसी। संगीत सभा काशी के 98 वीं गोष्ठी नाद योगी पंडित कंठे महाराज को समर्पित रही। लोहटिया स्थित रूपवाणी थिएटर में आयोजित भजन संध्या में पहली हाजिरी प्रतिभाशाली गायिका विदुषी वर्मा ने लगाया। विदुषी ने राम नाम का अमृत पीले, बसो मेरे नैनन में नंदलाल तत्पश्चात दादरा व अंत में कजरी सुनाकर सभागार में उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदुषी के साथ तबले पर डॉ. संदीप राव केवले एवं संवादिनी पर हर्षित उपाध्याय ने सुमधुर संगति प्रदान की। कार्यक्रम में काशी के गायक अनंत कुमार मिश्र एवं कोलकाता से पधारी सोहिनी बासु ने भी अपने भजनों से श्रोताओं को बांधे रखा। इनके साथ तबले पर किशोर कुमार मिश्र और संवादिनी पर इंद्रदेव चौधरी ने बढ़िया संग प्रदान कर कार्यक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान सभागार में अंजली मिश्रा, कामेश्वर नाथ मिश्रा, सत्यनारायण सेठ, अमित मिश्रा, देव नारायण मिश्र, अवनी, अवंतिका सहित तमाम संगीत प्रेमी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक द्वय पूरण महाराज एवं व्योमेश शुक्ला ने आगंतुकों के प्रति आभार जताया। कार्यक्रम के अंत में मीना मिश्रा ने सभी कलाकारों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सौरभ चक्रवर्ती ने किया ।
