वाराणसी। अर्दली बाजार स्थित समाजवादी पार्टी जिला कार्यालय में गरीबों मजलूमों एवं किसानों के मसीहा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह के जीवन दर्शन पर आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन किसानों के हित में समर्पित कर दिया था। किसान अपनी मेहनत से धरती का सीना चीरकर अन्न रुपी सोना उगाता है। आज़ादी के बाद किसानों की स्थिति में सुधार के लिए काफी लोगों ने काम किया था। उन्हीं में से एक व्यक्ति थे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुजीत यादव लक्कड़ ने कहा कि इन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन किसानों के हित में समर्पित कर दिया था। उनके इसी समर्पण को सम्मान देने के लिए 23 दिसंबर 2001 से किसान दिवस की शुरुआत की गई। किसान दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य चौधरी चरण सिंह जी को श्रद्धांजलि देना है। चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि जब तक किसानों की स्थिति ठीक नहीं होगी, तब तक देश प्रगति नहीं करेगा। संचालन करते हुए जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने हमेशा भ्रष्टाचार का विरोध किया। उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार का अंत ही, देश को आगे ले जा सकता है। असली भारत गांवों में रहता है। इसलिए गांव और किसानों का विकास जरूरी है। डॉ. उमाशंकर सिंह ने कहा कि चौधरी कहा करते थे कि राष्ट्र तभी संपन्न हो सकता है जब उसके ग्रामीण क्षेत्र का उन्नयन किया गया हो तथा ग्रामीण क्षेत्र की क्रय शक्ति अधिक हो। धन्यवाद ज्ञापन जिला महासचिव आनंद मौर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. उमाशंकर सिंह, आनंद मौर्या, शशिप्रताप सिंह, राधाकृष्ण उर्फ संजय यादव, डॉ. नन्दलाल कन्नौजिया, दीपचंद गुप्ता, अखिलेश यादव, गोपाल पांडेय, हीरू यादव, मनोज यादव गोलू, विमलेश यादव, आयुष यादव, पार्वती कन्नौजिया, रामकुमार यादव, राजेन्द्र प्रसाद, सुशील विश्वकर्मा, राजू यादव, धर्मवीर पटेल, विनोद मास्टर,विजय टाटा, रामकिंकर पटेल व विनोद शुक्ला आदि थे।