वाराणसी। राष्ट्र के उत्थान में आधी आबादी के योगदान को कमतर करके आंका गया, उनके त्याग बलिदान की चर्चा भी नही की जाती है। कस्तूरबा गांधी, सावित्री बाई फुले, रमाबाई अम्बेडकर जैसी स्त्री शक्ति के योगदान का जिक्र ना होना सामाजिक विमर्श का अहम बिंदु होना चाहिए। उक्त बातें शुक्रवार को डीएवी पीजी कॉलेज में सामाजिक न्याय के पुरोधा रहे स्व. पी.एन. सिंह यादव की उन्नीसवीं पुण्यतिथि पर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आधी आबादी का सवाल विषय पर आयोजित स्मरण सभा मे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की सामाजिक विज्ञान संकाय प्रमुख प्रो. बिंदा दत्तात्रेय परांजपे ने बतौर मुख्य वक्ता कही। डीएवी कॉलेज के पूर्व प्रबंधक एवं प्रसिद्ध समाजसेवी रहे स्व. पी.एन. सिंह यादव के सामाजिक न्याय की लड़ाई का उल्लेख करते हुए प्रो. परांजपे ने कहा कि समान स्त्री अधिकार के बिना सामाजिक न्याय की लड़ाई अधूरी है।

मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्रा दयालु ने कहा कि स्व. पी. एन सिंह यादव का सम्पूर्ण जीवन आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है, उन्होंने हमेशा सामाजिक न्याय की लड़ाई में समाज के वंचितों, गरीबों और पिछड़ों के हक़ की आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि भारत ही ऐसी भूमि है जहाँ स्त्री ईश्वर के रूप में पूजी जाती है। अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रो. सत्यदेव सिंह ने कहा कि हम स्व. पी.एन सिंह यादव के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में समाज के हर वर्ग के लिए अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के सपने को साकार करने में सफल रहे है। उन्होंने काशी में डीम्ड विश्वविद्यालय का भी जो सपना संजोया था उसे भी पूरा कर हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्त्री संदर्भ में सामाजिक न्याय की शुरुआत हमे अपने घर से करनी होगी।

महाविद्यालय के मंत्री/प्रबंधक श्री अजीत कुमार सिंह यादव ने कहा कि पिताजी सामाजिक न्याय के लिए अत्यंत मुखर रहने वाले व्यक्तित्व थे, जिन्होंने सिद्धांतों से कभी समझौता नही किया। आधी आबादी के लिए उनका संघर्ष चिरकाल तक याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आधी आबादी का उत्थान तभी संभव होगा जब महिलाएंआर्थिक एवं राजनीतिक रूप से सशक्त होंगी और तभी समाज में समरसता का भाव आयेगा।

इसके पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा स्व. पी.एन सिंह यादव के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलन किया गया। इस मौके पर पाणिनि कन्या महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा  ऋग्वेद की ऋचाओं का घनपाठ भी किया गया। संचालन प्रो. समीर कुमार पाठक, स्वागत डॉ. मयंक कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पारुल जैन ने दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. लल्लन प्रसाद जायसवाल, डॉ. शिव बहादुर सिंह, अहसन अब्बास, नरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. विवेक कुमार सिंह, परीक्षित सिंह, शिव प्रकाश वर्मा, राहुल कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप गुप्ता सहित पीजी कॉलेज, इण्टर कॉलेज के समस्त अध्यापक, कर्मचारियों ने स्व. पी.एन सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

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