वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बुधवार को आत्मा गर्वनिंग बोर्ड, राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन एवं मिलेट्स पुनरुद्धार योजना अंतर्गत बैठक हुई। जिसमें कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता विभाग व डीआरडीए के अधिकारी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक तथा जनपद के प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।
बैठक में उप कृषि निदेशक अखिलेश सिंह ने बताया कि आत्मा योजना अंतर्गत प्रदेश के बाहर 212 कृषक प्रदेश के 600 कृषकों का और जिले के अंदर 1200 कृषकों का प्रशिक्षण एवं भ्रमण कृषि एवं अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों पर कराया जाना है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया गया कि जिन कृषकों जिन कृषकों के द्वारा पशुपालन का कार्य किया जा रहा है, उनका प्रशिक्षण एवं भ्रमण नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड आनंद नगर गुजरात, अमूल प्लांट गुजरात, राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल, जिनके द्वारा पोल्ट्री का कार्य किया जा रहा है उनका प्रशिक्षण नेशनल पोल्ट्री रिसर्च सेंटर ईज्जत नगर बरेली तथा जिनके द्वारा बकरी पालन का कार्य किया जा रहा है उनका प्रशिक्षण एवं भ्रमण नैशनल गोट रिसर्च सेंटर मथुरा जिन कृषकों के द्वारा नेपियर ग्रास का उत्पादन कराया किया जा रहा है उनका प्रशिक्षण इंडियन फॉडर रिसर्च इंस्टीट्यूट झांसी जिन कृषकों के द्वारा औद्यानिक फसल के रूप में केले का उत्पादन किया जा रहा है उनका प्रशिक्षण नेशनल बनाना रिसर्च इंस्टीट्यूट तमिलनाडु जिन कृषकों के द्वारा आम की खेती किया जा रहा है उनका प्रशिक्षण मैंगो रिसर्च सेंटर रहमान खेड़ा में कराया जाए। इसी के साथ-साथ जिले के अंदर एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने हेतु पैक हाउस कारिखिया, बायोगैस संयंत्र शहंशाहपुर, कृषि विज्ञान केंद्र कालीपुर तथा जनपद के जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों के फार्म का विजिट कराया जाए इसी के साथ-साथ मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने हेतु जिन किसानों के द्वारा मिलेटस का उत्पादन किया जा रहा है, उनको सम्मानित किया जाए। मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित कराई जाए तथा मिलेट्स आउटलेट भी बनाया जाए।