वाराणसी। बनारस घराने के शास्त्रीय संगीत विधा से विद्यार्थियों को जागरूक करने हेतु सिडबी एवं स्पिक मैके वाराणसी के विभिन्न स्कूल कॉलेजों में कार्यशालाओं के माध्यम से छात्र छात्राओं को प्रशिक्षित करने का वीणा उठाया है। सिडबी और स्पिक मैके के संयुक्त तत्वाधान में संत अतुलानन्द कान्वेंट स्कूल कोइराजपुर में पांच दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन बनारस घराने के कत्थक नृत्य के कलाकार विशाल कृष्ण के एकल शास्त्रीय नृत्य का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सावन के महीने में तेवरा ताल में निबद्ध डमरू पाणी शूल पाणी हे नटराजन नमो नमः से हुआ। उन्होंने तीन ताल के जुगलबंदी में तबले और घुंगरू के साथ जबाब और सवाल, गिनतियों की तिहाई के साथ
सावन के महीने में मोर की गत पर नृत्य कर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। अंत में कजरी बरसन लागी सावन बुदिया राजा तोरे बिना लागे जिया नृत्य पर खूब तालियां बजी।
विद्यालय की तीस छात्राओं नें भी अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। उनके साथ तबले पर उदय शंकर मिश्रा एवं
हारमोनियम शक्ति मिश्रा नें संगत किया।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के सचिव राहुल सिंह निदेशिका डॉ वंदना सिंह स्वागत प्रधानाचार्य डॉ नीलम सिंह संचालन छात्रा इफरा शाहीन एवं धन्यवाद ज्ञापन साक्षी केसरी व प्रमोद विश्वकर्मा नें दिया। उक्त अवसर पर संगीत विभाग की शिक्षिका सुनीता पाण्डेय, माधुरी मिश्रा पवन सिंह उपस्थित रहें।