वाराणसी। संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर, हरहुआ की मेजबानी में सीबीएसई के तत्वावधान में आयोजित नेशनल एथलेटिक मीट-2024 का भव्य शुभारंभ हुआ। जो 6 से 10 अक्टूबर तक चलेगा। इस नेशनल एथलेटिक मीट में कुल 26 क्लस्टर प्रतिभाग कर रहे हैं। जिसमें बीस क्लस्टर भारत देश से तथा शेष गल्फ देशों (ओमान, कतर, अरब देश, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन तथा कुवैत) से आये लगभग 3500 से भी अधिक खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। जिलाधिकारी मुख्य अतिथि एस. राजलिंगम और विशिष्ट अतिथि कमाण्डेंट,11वीं बटालियन एनडीआरएफ मनोज शर्मा थे।
संस्था सचिव राहुल सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी खेल की गरिमा एवं अनुशासन बनाए रखने की अपील की। मुख्यअतिथि को देश विदेश से पधारे मार्च पास्ट की टीम द्वारा पूरे सम्मान के साथ सलामी दी गई। विद्यालय के छात्र एवम् राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता श्रेयांश विक्रम तथा उज्ज्वल(कक्षा -12) ने खेल के सभी अधिकृत नियमों का पालन करने हेतु देश विदेश से पधारे 3500 से अधिक खिलाड़ियों को शपथ दिलाई। इस अवसर पर राधेमोहन सिंह (पूर्व सांसद), डाॅ अशोक सिंह, डाॅ जेपी सिंह, डाॅ वीके सिसोदिया, जगदीश पिल्लई, पंकज श्रीवास्तव (प्रान्त अध्यक्ष क्रीड़ा भारती), संतोष सिंह, डाॅ अश्विनी टंडन, एसी राव, डीके श्रीवास्तव एवं सतीश सिंह थे। नेशनल एथलेटिक्स मीट में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में अनेकता में एकता को दर्शाता तथा भारत दर्शन की झांकी को समेटे समूह नृत्य तथा प्रेरणादायी समूह गीत की जोशपूर्ण प्रस्तुति ने दर्शक दीर्घा में बैठे सभी लोगों का मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि ने अपने उदबोधन में कहा कि व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेल अति आवश्यक है, जो किसी भी व्यक्ति को आत्मसिद्धि के उच्चतम शिखर तक ले जाता है। विशिष्ट अतिथि ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से भारत की पूर्ण शक्ति अनेकता में एकता दर्शाते हुए वैश्विक पटल पर स्थापित होगी।
इस प्रतियोगिता में बालक एवं बालिका वर्ग के लिए अंडर-14, अंडर-17 एवं अंडर-19 के अंतर्गत रनिंग, जंपिंग एवं थ्रोइंग (दौड़, कूद एवं प्रक्षेप) प्रतियोगिताएँ आयोजित की जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि सभी क्रीड़ा प्रतियोगिताएँ डॉ. भीमराव अम्बेडकर क्रीड़ा संकुल बड़ालालपुर, वाराणसी में अपनी निर्धारित तिथियों पर समयानुसार संपन्न होंगी ।
कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र पाण्डेय एवं शेफाली श्रीवास्तव द्वारा किया गया।