
तेलंगाना। गुरुवार को गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने वगोकशी प्रतिबंधित कराने हेतु 22 सितंबर से 36 राज्यों के 36 राजधानियों में 36 दिनों में गौध्वज प्रतिष्ठित करने हेतु परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती जी महाराज द्वारा किए जा रहे गौध्वज प्रतिष्ठा यात्रा के क्रम में तेलंगाना राज्य के राजधानी हैदराबाद में जाफ़रागुड़ा बाटाश्रृंगारम क्षेत्र स्थित युग तुलसी गौमहाक्षेत्रम में पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज के पावन सानिध्य में गौभक्त गोपालमणि दास जी महाराज द्वारा गौध्वज प्रतिष्ठित किया गया।
परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज ने गौशाला में मौजूद सैकड़ों गौमाता का दर्शन किया।और गौमाता के 15 दिन के नवजात शिशु को अपने हाथ से दूध पिलाया।साथ ही शंकराचार्य जी महाराज गौशाला में गौमाता अच्छे ढंग से गौमाता का हो रहे सेवा को देखकर अत्यंत प्रसन्न हुए।
गौभक्त कोली शेट्टी शिवकुमार जी ने कहा कि आज परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी महाराज के पावन आगमन से हैदराबाद सहित पूरा प्रदेश धन्य हो गया।तेलंगाना में भी अतिशीघ्र गौमाता को राज्यमाता और राष्ट्र में गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित किया जाना चाहिए।तभी सच्चे अर्थों में मानवता का कल्याण हो सकेगा।
इस दौरान प्रमुख रूप से सर्वश्री कोली शेट्टी शिवकुमार, गोपाल मणि दास जी महाराज,ब्रम्ह्चारी मुकुंदानंद,सीएल राजम, विजय राव, शौर्य पीठाधीश्वर प्रभाकर योगी,के.संगमेश्वराचारी,पम्मी, चंद्रास्वामी,मदन रेड्डी, रामबाबू, सुब्रमनिय,विनोद आदि सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
