रिपोर्ट :- अनुपम भट्टाचार्य
वाराणसी। विश्वविख्यात धार्मिक नगरी काशी में दक्षिण भारत की सुप्रसिद्ध पीठ विशाखा शारदा पीठम के तत्वावधान में आगामी 3 नवंबर से 5 नवंबर तक शिवाला स्थित चेत सिंह किला परिसर में भव्य महारूद्र एवं शतचंडी यज्ञ के साथ अनेक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है।यह जानकारी विशाखा श्री शारदा पीठम के उत्तराधिकारी स्वामी श्री स्वात्मानन्देन्द्र सरस्वती जी महाराज ने पत्रकार वार्ता में दिया।
उन्होंने ने बताया कि विशाखा श्री शारदा पीठम एक हिंदू धार्मिक पीठ है । जिसकी स्थापना आदि शंकराचार्य की शिक्षाओं को फैलाने के उद्देश्य से पीठ के वर्तमान पीठाधिपति श्री स्वरूपानन्देन्द्र सरस्वती जी महाराज ने की थी ।जिसका मुख्यालय विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश में स्थित है। विशाखा श्री शारदा पीठम ने हिंदू धर्म और उसके प्राचीन शास्त्रों द्वारा बताए गए सनातन धर्म के सिद्धांतों को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है। महास्वामी स्वरूपानन्देन्द्र सरस्वती जी महाराज ने संपूर्ण भारत और विदेशों में युवा पीढ़ी को हिंदू धार्मिक शिक्षाओं, परंपराओं और संस्कृति का सार सीखाने का संकल्प लिया है। पीठम द्वारा भारत के आध्यात्मिक हृदय वाराणसी में दक्षिण और उत्तर भारत के आध्यात्मिक नेताओं के बीच एक संवाद आयोजित करने के उद्देश्य से सनातन कुंज नाम से तीन दिवसीय भव्य अध्यात्मिक समागम का आयोजन किया है। इस तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का शुभारम्भ रविवार 3 नवम्बर को प्रात: 6:30 बजे गंगा स्नान,विश्वनाथ मानस दीक्षा धारण और यज्ञ के संकल्प के साथ होगा। तत्पश्चात प्रातः 9:00 बजे से महारूद्र सहित शतचंडी यज्ञ ,नक्षत्राधिपति सहित नवग्रह होम, चारों वेदों का जाप -पारायण, संपूर्ण कृष्ण यजुर्वेद हवन श्रीमद् सुंदरकांड का पाठ एवं हवन के अनुष्ठान होंगे। सायं श्री वल्ली कल्याण महोत्सव एवं गंगा मे दीपदान के कार्यक्रम होंगे।
तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के तहत श्री शिव पार्वती कल्याण महोत्सव,श्री सीताराम कल्याणम और राज्याभिषेक,कवि सम्मेलन काशी विद्वत सभा सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया है।