
अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
वाराणसी। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि “आजादी का अमृत महोत्सव” के समापन समारोह कार्यक्रम की श्रृंखला में जनपद में विभिन्न कार्यक्रम कराये जायेगें। ‘मेरी माटी, मेरा देश’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। भारत की आज़ादी के 75 साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित/आयोज्यमान एक पुनीत माटी-वन्दनोत्सव है। जिसमें सभी के लिए अपनी विराट सांस्कृतिक विरासत के अवलोकन व मातृभूमि के वीर सपूतों/स्वतंत्रता संग्राम के जाने/अनजाने सेनानियों के योगदान से प्रेरणा लेने का स्वर्णिम अवसर है। ऐसे सौभाग्यमय उत्सवी रस की जन-जन तक पहुँच का सुनिश्चयन सरकार का ध्येय है।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम राइफल क्लब सभागार में तैयारियों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 9 से 15 अगस्त तक होने वाले कार्यक्रम की श्रृंखला में 09 अगस्त को मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसी क्रम में पंचायत, गांवों, छोटे शहरी निकायों में कार्यक्रम तथा सेल्फी अपलोड किया जाएगा। जबकि 16 से 20 अगस्त तक ब्लॉको, बड़ी नगर पालिका एवं निगम में कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि 9 से 16 अगस्त तक ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग द्वारा विभिन्न क्रियाकलाप का आयोजन किया जाएगा। जिसमें समस्त खंड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत अभियान हेतु 9 अगस्त के पूर्व ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर अथवा किसी अन्य तालाब पर शिलाफलकम का निर्माण कराया जाए। यदि ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर अथवा तालाब नहीं है, तो ग्राम पंचायत में स्थित पंचायत भवन अथवा किसी अन्य सार्वजनिक स्थल पर शिलाफलकम लगाया जाएगा। शिलाफलकम 5 फीट चौड़ा और 3 फीट ऊंचा होगा। जिस पर बाएं तरफ ऊपर की ओर आजादी के अमृत महोत्सव का लोगो उसके नीचे ग्राम पंचायत का नाम व तिथि उसके नीचे आजादी के अमृत महोत्सव का विजन लिखा जाएगा। शिलाफलकम के मध्य में प्रधानमंत्री द्वारा प्रेषित संदेश एवं दाहिनी तरफ ग्राम पंचायत में ऐसे व्यक्ति जो भारतीय सेना, पैरामिलिट्री फोर्स, उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्य के दौरान शहीद हुए हैं उनका नाम सहित विवरण उल्लिखित किया जाएगा। अमृत वाटिका में 75 स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर एकत्रित मिट्टी को कलश में रखकर विकास खण्ड स्तर पर भेजा जाएगा एवं विकास खण्ड स्तर पर समस्त ग्राम पंचायतों से प्राप्त मिट्टी को दो कलशों में रखकर निर्धारित
तिथियों पर लखनऊ एवं नई दिल्ली ले जाया जाएगा। ग्राम पंचायतों से उक्त कलशों को निर्धारित तिथियों पर प्रान्तीय रक्षक दल के माध्यम से विकास खण्ड स्तर पर पहुंचाया जायेगा।
