सफलता के दो मंत्र है एकाग्रता और निरन्तरता:– कुलपति प्रो शर्मा।
वाराणसी।योग केवल व्यायाम नहीं है, यम- नियम योग के मुख्य आधार हैं, जिसमें जब तक 10 यम- नियम का पालन हम नहीं करते हैं तब तक आसन- प्राणायाम नहीं कर सकते।जब तक उसमें नहीं जोड़ते तब तक आप सफ़ल नहीं होंगे, सफ़लता के लिये दो मंत्र महत्तवपूर्ण हैं, पहला एकाग्रता तथा दूसरा निरन्तरता रखना। हम तभी सफल होंगे जब एकाग्रता में निरन्तरता रखते हैं।
उक्त विचार सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के सांख्ययोग तन्त्रागम विभाग द्वारा आयोजित योग विज्ञान कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर प्राचीन देवालय स्थित योग प्रशिक्षण केंद्र में कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने व्यक्त किए।
कुलपति प्रो शर्मा ने कहा कि कुशोत्पटानी अमावस्या के दिन कुश उखाड़ते समय बिना किसी क्षति के वह व्यक्ति एकाग्र मन के साथ लीन होकर कार्य करते हैं, तो वह योग की अवस्था पहुंच जाता है। यह योग की परिभाषा है जो केवल शारीरिक आसान और प्राणायाम से नहीं बल्कि मन की एकाग्रता और ध्यान से भी प्राप्त किया जा सकता है। योग विज्ञान हमारे जीवन को स्वस्थ और संतुलित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कार्यशाला योग के प्रति जागरूकता और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
बतौर विशिष्ट अतिथि छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. हरिशंकर पाण्डेय ने कहा कि योग एक अभ्यास ही नहीं, अपितु जीवन शैली है, जो हमे अपने मन, शरीर और आत्मा को स्वस्थ और संतुलित बनाने में मदद करती है।यह कार्यशाला योग विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों, शिक्षकों, और समाज के सदस्यों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
योग तंत्र विभाग के अध्यक्ष/ संयोजक प्रो. राघवेन्द्र जी दुबे कार्यशाला के यह कार्यशाला योग विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और प्रशिक्षण के लिए आयोजित की गई है, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान और प्रदर्शन किया जाएगा।
कार्यशाला में योग के विभिन्न आयामों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें योग के दर्शन, योग के प्रकार, योग के लाभ, और योग के अभ्यास शामिल हैं। इसके अलावा, योग प्रशिक्षण केंद्र में योग अभ्यास और प्रदर्शन भी किया जाएगा।
उद्घाटन के अवसर प्रो राघवेंद्र दुबे ने मंच पर आसीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत और अभिनंदन किया।
उक्त अवसर पर योग प्रशिक्षक डॉ राजकुमार मिश्र,कुलपति के निजी सचिव प्रभुनाथ यादव, योग विज्ञान के विद्यार्थियो सहित अनेकों योग लाभार्थियों ने सहभाग किया।