जनपद में 10 नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जायेंगे
वाराणसी। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ।बैठक में सर्वप्रथम मुख्य विकास अधिकारी ने विगत माह में आयोजित बैठक में लिए गये निर्णयों के अनुपालन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। इसके क्रम में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट एवं सीएचसी मिसिरपुर में संविदा पर कार्यरत चिकित्साधिकारियों को लगातार अनुपस्थित पाये जाने पर कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया। जनपद में 10 नये आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जायेंगे। जिनके लिए भवन तलाशने का विज्ञापन निकालकर पूर्ण करने का निर्देश दिया| पूर्व से जिले में 45 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित किये जा रहे हैं|
जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान प्रत्येक दशा में 31 जनवरी तक पूर्ण किया जाये| 1 फ़रवरी से जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान मंत्रा एप के माध्यम से किया जायेगा, जिसके लिए समस्त प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया जाये| इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। सीएचसी-पीएचसी पर मानक के अनुरूप दी जाने वाली सेवाओं के अभिलेखों को पूर्ण किया जाए। समस्त चिकित्सा इकाइयों के वार्ड और परिसर में आधारभूत सुविधाओं को मानक के अनुरूप पूरा किया जाए। प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत उपलब्धि पूरी कर ली जाए।
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि आंगनवाडी कार्यकर्तियों के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में खसरा एवं रूबेला के दूसरे खुराक से छूटे हुये बच्चों की सूची बनायीं जाये, तथा उनका टीकाकरण कराया जाये| उन्होंने एलबीएस रामनगर और सीएचसी हाथी बाज़ार में सिजेरियन डेलिवरी बढ़ाए जाने को निर्देशित किया| आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का पंजीकरण कम पाये जाने पर निर्देशित किया गया कि यदि 31 जनवरी तक पूर्ण नहीं किया जाता है तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी हरहुआ एवं पिंडरा का वेतन अवरुद्ध कर दिया जाये|
जनपद में 10 फ़रवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जायेगा, जिसमें लगभग 18 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल (कीड़े निकालने की दवा) खिलायी जायेगी| इस कार्यक्रम की समस्त तैयारियों को पूर्ण करने का निर्देश दिया| बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम समेत अन्य कार्यक्रमों पर गहन समीक्षा की गई। साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने समस्त कार्यक्रमों और योजनाओं के प्रगति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान समस्त जिला चिकित्सालयों के अधीक्षक, सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी समेत अन्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी, डब्ल्यूएचओ की एसएमओ डॉ चेल्सिया, डॉ सतरूपा, यूनिसेफ से डॉ शाहिद एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।