
वाराणसी । वैशाख माह के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी तिथि को भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नरसिंह की जयंती धूमधाम से जगन्नाथ मंदिर परिसर स्थित नरसिंह मंदिर में मनाई गई।
ट्रस्ट श्री जगन्नाथ मंदिर आधार में आयोजित समारोह में मंदिर के प्रधान पुजारी राधेश्याम पांडे ने भगवान नरसिंह के आदमकद प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कर कर नवीन वस्त्र धारण कराया। इसके पश्चात फूल मालाओं से बृहद शृंगार करके फल, मिष्ठान और पकवान का भोग लगाकर भव्य आरती की। 
श्रीमद् भागवत पुराण के अनुसार हिरणकश्पयप का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था और उनके भक्ति में दिन रात लीन रहता था जिससे हिरणकश्यप बहुत जलता था वह कहता था कि हम भगवान है मेरी पूजा करो लेकिन भक्त प्रहलाद मानते नहीं थे जिसके कारण हिरणकश्यप भक्त प्रहलाद पर बहुत अत्याचार करता था कभी उनको पहाड़ से नीचे फेंकवा देता था तो कभी समुद्र में डलवा देता था तो कभी पागल हाथी के आगे फेकवा देता था देता था लेकिन भक्त प्रहलाद भगवान की कृपा से हमेशा बच जाते थे। इसी तरह एक बार वह प्रहलाद पर अत्याचार करने लगा और कहा कहां है तुम्हारा भगवान हमें बताओ तो भक्त प्रहलाद कहे कि हमारे भगवान इस खंबे में भी है । राज दरबार के इस खंबे में भी है यह कहते हैं सुनते ही हिरण कश्यप क्रोधित हो उठा और प्रहलाद को करने के लिए दौड़ा।
भगवान विष्णु नरसिंह के रूप में खंभे से आधा शरीर मानव और आधा शरीर सिंह नरसिंह के रूप में प्रकट हुए और हिरण कश्यप को अपने जन्घे पर बैठा कर उसका वध किये क्योंकि उसको यह वरदान प्राप्त था कि ना तो वह मानव, न ही जानवर, ना वह दिन में मरे ना ही रात में मरेगा और ना ही दिन मेँ, ना तो आकाश में मारेग और ना ही धरती पर।
भगवान विष्णु इस वरदान की रक्षा के लिए शाम को गोधली बेला में ना तो दिन था और ना ही रात था और ना आकाश में और ना पाताल में अपने जन्गे पर बैठाकर बिना किसी हथियार के अपने नाखूनों से उसका पेट फाड़ कर उसका वध किया। नरसिंह जयंती पर मंदिर में भजन आयोजन किया गया था जिसमें विष्णु भजन मंडली दुर्गाकुंड के कलाकारों द्वारा भजनों की सुंदर प्रस्तुति की गई।
सोनू तिवारी दिलीप कुमार मोदनमल आदि कलाकारों ने भगवान नरसिंह के चरणों में अपनी भावांजलि व्यक्त की। आरती के पश्चात भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया।
इस अवसर पर भूषण सम्मान से सम्मानित डॉक्टर जयप्रकाश मिश्रा, समाजसेवी रामयश मिश्र, हीर सिंह, योगाचार्य डॉक्टर विजय प्रकाश मिश्रा, शैलेश तिवारी, काशीनाथ, मीना मिश्रा, रेनू मिश्रा, साधना यादव, शैलेश तिवारी, मुकेश सिंह, अशोक अग्रवाल भक्त उपस्थित थे।
