वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ मनोविज्ञान विभाग में दो दिवसीय नागरिक सुरक्षा एवं प्राथमिक उपचार विषयक प्रशिक्षण कार्यशाला समापन हुआ। मुख्य अतिथि उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा नीरज मिश्रा ने मनोविज्ञान के छात्र- छात्राओं को प्राथमिक उपचार के महत्व ,प्राथमिक उपचार की प्रकृति उद्देश्य एवं जीवन उपयोगी तथ्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। छात्र-छात्राओं को जन सेवा एवं नागरिक सुरक्षा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया। सैद्धांतिक प्रशिक्षण के उपरांत व्यावहारिक प्रशिक्षण में किसी भी व्यक्ति जिनको कार्डियल अरेस्ट हुआ हो क्लीनिकल डेथ को बायोलॉजिकल डेथ से बचाने की पद्धति कार्डियो पलमोनरी रिससटिशेसन(सीपीआर)हड्डी टूटने पर प्राथमिक उपचार , घायल को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने हेतु बचाव की आपातकालीन विधियों का प्रयोग , चिकित्सालय भेजे जाने पर घटनास्थल पर मरीज को प्रथम उपचार देने की विधियों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर उप नियंत्रक स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। सहायक उप नियंत्रक इरफानुल होदा ने नागरिक सुरक्षा विषयों की सैद्धांतिक जानकारी दिया। दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. रश्मि सिंह ,प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल , डॉ मुकेश कुमार पंत, डॉ दुर्गेश कुमार उपाध्याय ,डॉ पूर्णिमा श्रीवास्तव डॉ संतोष कुमार सिंह ,डॉ पूनम सिंह उपस्थित रहीं। कार्यक्रम समन्वयक डॉ प्रतिभा सिंह ने स्वागत, डॉ कंचन शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन और संचालन दिव्या त्रिपाठी एवं पूर्णिमा सिंह ने किया।