वाराणसी।महान मनीषी संत श्री त्रिदण्डी स्वामी जी के परमशिष्य पूज्य श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी की पावन उपस्थिति में आगामी २० से २७ नवंबर तक काशी में आयोजित होनेवाले श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ की तैयारी एवं जनजागरण के उद्देश्य से शुक्रवार को देहरादून पब्लिक स्कूल, डुमरी, वाराणसी में एक अद्भुत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिसमें वैदिक एजुकेशनल रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष विख्यात ज्योतिर्विद पंडित शिवपूजन शास्त्री के नेतृत्व में विद्यालय के ११०० बच्चों ने चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता तथा विश्वशांति एवं बन्धुत्व की स्थापना के लिए समवेत शंखनाद किया। लगभग सप्ताह भर के अभ्यास के बाद बच्चों ने जब एक साथ शंखनाद आरंभ किया तो कल्याणकारी उद्घोष की मधुर ध्वनि से संपूर्ण परिवेश पवित्र हो उठा।

ज्ञात हो कि श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के दौरान देश एवं विदेश से पधारे स्वामी जी के११००० शिष्यों और श्रद्धालुओं द्वारा विश्व शांति के उद्देश्य से दिनांक २५.११.२०२३ को समवेत शंखघोष किया जाएगा। जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होनेवाला है।

इस अवसर पर शास्त्री जी ने कहा कि सभी के हृदय में ईश्वर का वास है। व्यक्ति के अंदर स्थित ईश्वर को जागृत करने के लिए उन्होंने बीज मंत्र बताकर विशिष्ट ध्यान प्रक्रिया द्वारा उसका अभ्यास कराया। उन्होंने लोगों से अधिकाधिक संख्या में श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ में भाग लेकर अपने जीवन में पूर्णता प्राप्त करने और उसे सुख समृद्धि से परिपूर्ण करने का आह्वान किया।

विद्यालय के चेयरमैन तथा यज्ञ समिति के सचिव डाक्टर धीरेन्द्र तिवारी ने चंद्रयान-3 की सफलता को राष्ट्र गौरव का प्रतीक बताते हुए भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों की सफलता की कामना की।

कार्यक्रम में विद्यालय के एमडी भगवान पाण्डेय, प्रिंसिपल राहुल मिश्र, यज्ञ समिति के कोषाध्यक्ष यज्ञेश त्रिपाठी ,हरेराम ओझा , कुमार अभिषेक, सुरेन्द्र पाण्डेय, विजय तिवारी,सत्येंद्र उपाध्याय , दिनेश तिवारी आदि गणमान्य जन ने अपनी पूरी श्रद्धा एवं सामर्थ्य के साथ श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ की सफलता में सहभागिता का संकल्प लिया। उन्होंने महान संत श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज द्वारा लोक जीवन में सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए किए जा रहे भगीरथ प्रयत्नों के लिए स्वामी जी के प्रति कृतज्ञता निवेदित की।

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