जयन्ती पर याद किये गए सम्पादकाचार्य बाबू आनन्द बहादुर सिंह
वाराणसी। वरिष्ठ पत्रकार रहे स्व. आनंद बहादुर सिंह 93 वीं जयंती पर याद किये गए। लोलार्क षष्ठी के अवसर पर गुरुवार को उनके भदैनी स्थित आवास पर आयोजित जयंती समारोह में विद्वत समाज ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनका स्मरण किया। इस अवसर पर आयोजित स्मरण सभा मे मुख्य अतिथि प्रख्यात सितारविद पद्मश्री पण्डित शिवनाथ मिश्रा ने कहा कि आनन्द बहादुर जी निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकारिता के श्रेष्ठ उदाहरण थे, उन्होंने पत्रकारिता के मूल्यों को जीया था, उनके लेखनी में उनका आदर्श झलकता था। विशिष्ट वक्ता ज्योतिषाचार्य पण्डित ऋषि द्विवेदी ने कहा कि वें काशी से जुड़ी धार्मिक जानकारियों के अथाह सागर थे। रामचरित मानस एवं गोस्वामी तुलसीदास पर उनका गहरा अध्ययन था। वरिष्ठ अधिवक्ता एवं साहित्यकार यशपाल ने कहा कि सनातनी मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता के केन्द्र बिन्दु थे।
अध्यक्षता करते हुए काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज ने कहा कि बाबू आनन्द बहादुर सिंह अध्ययनशील पत्रकार थे, उनकी लेखनी में काशी की संस्कृति के संरक्षण की चिंता रहती थी। उन्होंने अपने जीवन को पत्रकारिता के लिए समर्पित कर दिया। अपने 60 वर्षो के पत्रकारिता जीवन में उन्होंने कभी सिद्धांतो से समझौता नही किया। आनन्द बहादुर सिंह ने सदैव मूल्य आधारित पत्रकारिता की, नई पीढ़ी के पत्रकारों को उनसे सीख लेने की आवश्यकता है।
इस मौके पर मुख्य रूप से पण्डित देवब्रत मिश्रा, राजेश सिंह, विश्वनाथ यादव, डॉ. हृदय शंकर मिश्रा, गोपेश चंद्र राय, नरेंद्र पाल, एडवोकेट अमृत प्रभात, दिव्य सिंह आदि ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किया।
आगतजनो का स्वागत उनके पुत्र विजय बहादुर सिंह, संचालन जागृति फाउंडेशन के रामयश मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रताप बहादुर सिंह ने दिया।