प्रेमचंद की कहानियों के सजीव प्रसारण का 1021वां दिन
वाराणसी । प्रेमचंद मार्ग दर्शन केन्द्र ट्रस्ट लमही द्वारा सुनो मै प्रेमचंद आडियो प्रसारण के 1021 दिन पूरे होने पर प्रेमचंद की कहानियों के सजीव प्रसारण में रविवार को प्रेमचंद स्मारक लमही में मुंशी प्रेमचंद की कहानी शतरंज के खिलाड़ी का सजीव पाठ प्रसिद्ध साहित्यकार व रंगकर्मी दिनेश श्रीवास्तव ने किया। सम्मान श्री प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि यह कहानी हमें जिम्मेदारी को सही तरह निभाने की सीख देता है। संस्था के निदेशक राजीव गोंड ने कहा कि प्रेमचंद की यह कहानी आज भी प्रासंगिक है। मिर्ज़ा सज्जाद अली और मीर रोशन अली के माध्यम से यह कहानी हमारे समाज के कर्तव्यच्युत होने को दर्शाती है। शासकों से लेकर ज़्यादातर समर्थ व आम नागरिक किसी न किसी विलास या स्वार्थ में डूबकर आँखें बंद किए हुए हैं। ग़रीबी, बेरोज़गारी और अक्ष व्याप्त है, मगर सत्ता और जनता का एक बड़ा हिस्सा मिर्ज़ा व मीर के चरित्र को जी रहा है। मिर्ज़ा व मीर जागीरदार हैं, वे सामंती मानसिकता के प्रतिनिधि पात्र हैं। इस अवसर पर राजेश श्रीवास्तव, अजय यादव, लियाकत,प्रमोद कुमार,प्रेम कुमार, देव बाबू, रोहित सेठ , सुरेश चंद्र दुबे आदि में थे। संचालन मनोज विश्वकर्मा व धन्यवाद ज्ञापन अजय यादव ने किया।