रिपोर्ट संदीप सेठ
वाराणसी।एक हजार इक्यावन किलो का देसी केक,शुद्ध देसी घी की मिठाईयां,फलों व पंचमेवा से निर्मित केक काट कर काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव जी का जन्मोत्सव मंगलवार को मनाया गया।
काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव जी का वार्षिक जन्म उत्सव भैरव अष्टमी मंगलवार के दिन दोपहर में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी बाबा काल भैरव जी का जन्म उत्सव शुद्ध देसी घी की मिठाईयां फलों व पंचमेवा से निर्मित देसी केक को काटकर मनाया गया। यह विशाल केक एक आयताकार रूप में था जिसका आयाम एक लाख छाछट हजार धन इंच का था ।इस केक को रखने के लिए लगभग 28000 वर्ग इंच के क्षेत्र का इस्तेमाल हुआ यह अब तक का भारत के इतिहास में सबसे विशाल केक था जो मंदिर में चढ़ाया गया । वर्ष 2023 की थीम जो 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था की प्रतिष्ठा और मोदी जी की गारंटी पर आधारित था ।इस आदित्य प्रस्तुति के साथ सभी ने बाबा काल भैरव से हमारे देश की वृद्धि और सफलता के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। जिसमें बाबा काल भैरव के सेवकों एवं क्षेत्र वासियों के द्वारा बनवाया गया था।
आयोजन में प्रमुख रूप से नवीन गिरी,पंकज चतुर्वेदी, संतोष दुबे, आनंद गुप्ता, सोनू सुमित उपाध्याय, अक्षय संजय दुबे, मनोज यादव, अखिलेश यादव, प्रीतम प्रेम प्रकाश शर्मा, आलोक नादान गुरु यादव, गदर मिश्रा, धर्मेंद्र मिश्रा, संदीप सेठ, अग्रवाल जी सागर, आशीष गुप्ता, सहित अनेक भक्तगण शामिल रहे।
पवन उपाध्याय के अनुसार 21 वर्षों से आयोजन समिति व भक्तों के सहयोग से बाबा का जन्मोत्सव केक काटकर, वह पाप कारण व टोपिया बताकर मनाया गया।