
श्रीविद्यामठ में होगी गौमाता राष्ट्रमाता विषयक बैठक
वाराणसी।परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती “1008” आज सायं अहमदाबाद से हवाई मार्ग से बाबतपुर पहुँचे।बाबतपुर से सड़़क मार्ग से राजघाट पहुंचे। जलमार्ग से शङ्कराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ पधारे।
उपस्थित सन्तों,भक्तों व वैदिक विद्यार्थियों ने जयोद्घोष व पुष्पवर्षा कर पूज्यपाद शङ्कराचार्य जी महाराज का स्वागत,अभिनन्दन व वन्दन किया।
श्रीविद्यामठ में पूज्यपाद शङ्कराचार्य जी महाराज का वैदिक विद्वानों ने वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ स्वागत किया। अधिवक्ता सन्तोष चौबे व श्रीमती चाँदनी चौबे ने पूज्यपाद महाराज जी का सविधि चरण पादुका पूजन किया।
अधिवक्ता रमेश उपाध्याय, सतीश, रवि त्रिवेदी,यतीन्द्र चतुर्वेदी,अभयशंकर तिवारी, हजारी सौरभ शुक्ल,सदानन्द तिवारी सहित अनेक भक्तगण ने एयरपोर्ट पहुँच कर पुष्पमाला से शङ्कराचार्य जी महाराज का स्वागत किया।
परमाराध्य शङ्कराचार्य जी महाराज ने विगत दिनों गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किया और वे चाहते हैं कि भारत की भूमि गौहत्या के कलंक से मुक्त हो। इसके लिए उनकी निरन्तर धर्म प्रचार यात्रा चल रही है। अनेक राज्यों से होते हुए आज वे काशी पधारे और कल श्रीविद्यामठ में मध्याह्न 12 बजे काशीवासियों के संग इस सन्दर्भ में वे चर्चा करेंगे।
आज श्रीविद्यामठ में स्वागत के अवसर पर साध्वी पूर्णाम्बा दीदी, साध्वी शारदाम्बा दीदी, ब्रह्मचारी परमात्मानन्द जी, डा शैलेन्द्र योगिराज, अनुराग दुबे, अमित तिवारी,सुनील शुक्ला, अजय सिंह, आकाश शर्मा, रविन्द्र मिश्रा आदि लोग उपस्थित थे। जगद्गुरुकुलम् के बटुक राघव दुबे एवं साध्वी सोनी जी ने शङ्कराचार्य जी के लिए मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
यह जानकारी मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने दी है।
