केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान सारनाथ वाराणसी में राजभाषा कार्यान्वन समिति द्वारा राजभाषा सप्ताह समारोह के अवसर पर श्रीमती झरना मुखर्जी को हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।इस अवसर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्या जी ने मुख्य अतिथि के रूप अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भाषा बहता नीर है । उन्होंने कहा कि संबंधों के माधुर्य को सहेज कर रखने में सकारात्मक संवाद की बड़ी भूमिका है। अतः अपनों व अन्यों से संवाद निरन्तर बना रहे तथा इसमें मातृभाषा की आवश्यकता सर्वविदित है।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ राजेश गौतम, निदेशक दूरदर्शन केन्द्र वाराणसी ने कहा कि आज हिन्दी वैश्विक मंच की भाषा हो गई है। श्री निखिलेश कुमार मिश्र, जयप्रकाश धानापुरी, झरना मुखर्जी, राम बहाल सिंह ने काव्य पाठ किया। सप्ताह समारोह में अयोजित वाद विवाद, मौखिक प्रश्नोत्तरी एवं निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष संस्थान कुलपति प्रो. वङ्छुग दोर्जे नेगी जी ने कहा कि देश की आत्मा है हिंदी। अपनी भाषा का प्रयोग करने में हमें हीनता का नहीं बल्कि गौरव का अनुभव करना चाहिए। कार्यकर्म की उपाध्यक्ष संस्थान की कुलसचिव डॉ सुनीता चंद्रा ने कहा कि राजभाषा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए राजभाषा सप्ताह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का संचालन डॉ राम सुधार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन उपकुलसचिव डॉ हिमांशु पांडेय ने किया।