वाराणसी।आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में की थी, जिसका मकसद भारत को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और विश्व अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका को बढ़ाना था। इस अभियान के तहत, सरकार ने कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए कदम उठाए, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और उद्योग।
उक्त विचार नोडल अधिकारी एवं सामाजिक विज्ञान के वरिष्ठ आचार्य शैलेश कुमार मिश्र ने मंगलवार को प्रधानमंत्री के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किया।
ज्ञातव्य हो कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य सेवा पखवाड़ा (17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक) के अन्तर्गत मंगलवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के योग साधना केन्द्र में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन के दौरान व्यक्त किया।
आत्मनिर्भर भारत विषयक प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के शास्त्री एवं आचार्य के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों ने आत्मनिर्भर भारत विषय पर अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किये।
जिसमें आचार्य वर्ग में शिवांश तिवारी एवं रवि दीक्षित ने समान अंक पाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया।शास्त्री वर्ग में शिवम मौर्य को प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान पर अमरीश त्रिपाठी एवं तृतीय स्थान पर सुश्री शालिनी पाण्डेय रही। शास्त्री वर्ग में ही श्रीराम प्रपन्न को सांत्वना पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गयी।
भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में प्रो० हीरककान्ति चक्रवती एवं डॉ० रविशंकर पाण्डेय थे।
कार्यक्रम का संचालन भाषण प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी प्रो० शैलेश कुमार मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन सामाजिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० राजनाथ ने किया।
इस अवसर पर प्रो० रमेश प्रसाद, डॉ० मधूसुदन मिश्र, डॉ. विशाखा शुक्ल सहित छात्र व छात्रायें उपस्थित थे।