गाजीपुर। जिला पत्रकार समिति सभागार में, तुलसी सागर, सिद्धेश्वर नगर, लंका में प्रख्यात समाजसेवी संत कुमार सिंह एवं शेष कुमारी के स्मृति में उनके सुपुत्र एवं मिशन जामवंत से हनुमानजी के राष्ट्रीय संयोजक सूर्य कुमार सिंह को प्रमुख संयोजन में अखिल भारतीय लेखक कवि कलाकार परिषद् के संस्थापक कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक के संचालन और प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. व्यास मुनि राय के अध्यक्षता में आयोजित सन्त कुमार एवं शेष कुमारी स्मृति काव्य संगम एवं सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि कुशीनगर के अंतराष्ट्रीय कवि सार्जेंट अभिमन्यु पाण्डेय, मुख्य अतिथि ने संत कुमार सिंह एवं शेष कुमारी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित लोगों को स्मृति सम्मान, अंगवस्त्र आदि भेंट करने के बाद इक दूजे को अबीर गुलाल लगाकर अपनी रचना धर्मिता करते हुए कहा कि काश कहीं ऐसा हो जाए, चांद दुनियां में बस जाएं, घूमने फिरने हम सब चंदा मामा के घर भी जाए, संचालक कवि इन्द्रजीत तिवारी निर्भीक ने हास्य रचना ना इज्जत की चिंता ना पिटने का ग़म, बहुत प्यार करते हैं, होली में हम, हरिशंकर पाण्डेय ने -गेहुआ क बलिया हो रामा सुगना हो जुठरले, डॉ. विजय नारायण तिवारी ने -आज हमरा के करी रऊआ पास गुरूजी, अनिल कुमार सिंह अनिल ने जब थे कभी ये, जोगीरा खूब गाते थे, कोई हो दुल्हन जैसे, नहीं उससे लजाते थे, खण्ड महाकाव्य रचयिता कामेश्वर द्विवेदी ने – प्रेम सौरभ सदा ही बिखरता रहे, बीच में कोई दीवार आये नहीं, बादशाह राही ने – आसमां छूने की हसरत है अगर,दिल में मियां, अपने पंखों से फकत परवाज़ करना चाहिए, दिनेश चंद्र शर्मा ने -कल का उजड़ा मेरा वतन,आज गुलशन फूलों से संवरता रहेगा, भगवती राय ने भी रचनाओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।

संत कुमार -शेष कुमारी स्मृति संगम में पूर्व प्रबंधक उमेश चन्द्र राय ने कहा कि संत कुमार सिंह जी भोजपुरी बोली, अपने आचार विचार संस्कार को जीवंत रखने के लिए सदैव तत्पर रहते थे।छ भाईयों में सभी भाईयों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपने कृतित्व एवं व्यक्तित्व से मानव हितकारी कार्यों को अग्रसर किया।

प्रोफेसर रणविजय सिंह, अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, सत्या पाण्डेय,कुंजबिहारी राय, बृजेन्द्र दूबे, प्रभु नारायण चौहान,राम प्रवेश राय,अनिल कुमार राय, अशोक राय, रघुवंश नारायण सिंह अनिल,वारी यादव, लल्लन सिंह यादव सहित अनेकों विशिष्ट लोगों ने भी भी विचार व्यक्त किया ।

प्रमुख संयोजक सूर्य कुमार सिंह ने कहा कि बाबू संत कुमार सिंह जी एवं माता श्री शेष कुमारी ने अपने आदर्शवादी कृतित्व एवं व्यक्तित्व की छाप हम सब के अन्दर छोड़ी है। जिनसे प्रेरणा लेते हुए पत्रकारिता,समाज सेवा, शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में सर्वांगीण विकास के लिए मिशन जामवंत से हनुमानजी बड़े बुजुर्गो के दिशा-निर्देशन में युवाओं और बच्चों को हनुमानजी की सेना की तरह शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संगठित करके सबके सुख समृद्धि के लिए हम सब प्रयत्नशील हैं।

अध्यक्षीय संबोधन में डा. व्यास मुनि राय ने कहा कि मानव से मानव का हो सच्चा भाईचारा, यही सोच समझ लेकर चलने का सद विचार हो हमारा।

स्वागत संयोजन – डॉ. विजय नारायण तिवारी एवं धन्यवाद आभार सूर्यकुमार सिंह ने किया।

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