लखनऊ।भारतेंदु नाट्य अकादमी एवं रंगनाद, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में ‘शिक्षा में रंगमंच का महत्व’ विषयक दस दिवसीय नाट्य कार्यशाला का आयोजन जूनियर हाई स्कूल में आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 30 बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया है।
विशेष कार्यशाला की प्रशिक्षक रोज़ी मिश्रा जो आंगिक अभिनय विषय पर बच्चों को गहन प्रशिक्षण दे रही हैं।
कार्यशाला में थियेटर गेम्स, शारीरिक एवं मानसिक व्यायाम, रस-भावों की पहचान, गति-चलन, तथा योग और ध्यान के अभ्यास के माध्यम से बच्चों को सजीव अभिनय की ओर प्रतिभागियों प्रेरित किया जा रहा है।
विशेष रूप से संवाद के बिना केवल भाव-भंगिमा से अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने की कला को भी बच्चों को सिखाया जा रहा है, जिससे उनके संप्रेषण कौशल में वृद्धि हो।
विद्यालय की प्रधानाचार्या साधना सिंह ने कार्यशाला पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बच्चों के लिए एक बहुमूल्य अवसर है, जिससे उनमें आत्मविश्वास, सृजनात्मकता और शारीरिक-मानसिक संतुलन विकसित होगा।
इस कार्यशाला में समीक्षा राठौर एवं शुभी तिवारी द्वारा प्रशिक्षिका को सतत सहयोग प्रदान किया जा रहा है, जिससे कार्यशाला का संचालन प्रभावी और समृद्ध बन पा रहा है।यह पहल न केवल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है, बल्कि रंगमंच के शैक्षिक महत्व को भी उजागर करती है।