वाराणसी। नगवां स्थित अपना घर आश्रम में सामाजिक संस्था नादान परिंदे साहित्य मंच व हेल्पिंग हैंड्स के संयुक्त तत्वावधान में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
उक्त अवसर पर संस्था की महिला सदस्यों ने पुरूष प्रभुजियों को राखी बांधी तथा संस्था के पुरुष सदस्यों को महिला प्रभुजियों द्वारा राखी बांधी गई व टीका लगाकर मिठाई खिलाई गई।
उक्त मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी , नादान परिंदे साहित्य मंच के संस्थापक ,काशीरत्न डॉ सुभाष चंद्र को संस्था की सभी महिला सदस्यों ने मिठाई खिलाकर राखी बांधी। अपना घर आश्रम की महिला प्रभुजियों से राखी बंधवाते समय अचानक भावुक हुए डॉ सुभाष चन्द्र के आंखो में आंसू दिखने लगे।
डॉ सुभाष चंद्र ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन के प्यार को अटूट बंधन मे बांधने का कार्य करती है व समाज मे समरसता का भाव जगाती है। हम रक्षाबंधन इसलिए मनाते है कि समाज की सभी बहनों की रक्षा कर सके व एक-दूसरे के सुख-दुख के सहयोगी बन सके जिस प्रकार कृष्ण ने द्रोपदी की रक्षा की थी। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक यह पर्व बहनों के मान-सम्मान की सुरक्षा का पर्व है। भाई बहन का रिश्ता एक साथ होने का एहसास और एक ऐसा धागा है जो जीवन को एक दूसरे से जोड़ देता है। रक्षाबंधन पर संकल्प लेने की जरूरत है की हम अपनी बहन बेटियों को समाज में आगे बढ़ाएंगे और उनकी रक्षा करेंगे।
उक्त अवसर पर हेल्पिंग हैंड्स संस्था की अध्यक्ष शालिनी गोस्वामी,मधु श्रीवास्तव,आरती मेहरोत्रा , सुषमा शुक्ला , रीता बजाज, पूजा श्रीवास्तव ,उषा अग्रवाल, उषा खाटे आदि उपस्थित रही