
वाराणसी।प्रातः स्मरणीय बैकुंठवासी हरिभक्ति परायण श्री विष्णु ज्ञानेश्वर चक्रांकित महाराज (आलन्दी देवाची, पुणे) के द्वितीय वर्ष की पुण्यतिथि में उनके सुपुत्र अवधूत चक्रांकित महोदय भक्त लोगों के साथ काशी पधारे। उन्होंने गंगा स्नान ,विश्वेश्वर दर्शन आदि तीर्थ विधि के साथ द्वितीय वर्ष का वार्षिक श्राद्ध काशी में विधिवत संपन्न किया और बुधवार को उसकी सांगता के लिए रामघाट स्थित सॉन्गवेद विद्यालय में वैदिकों का पूजन एवं मंत्राशीर्वाद का कार्यक्रम रखा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वेदमूर्ति पद्मश्री पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने की।
अध्यक्षीय भाषण में श्री द्रविड़ ने कहा कि आलन्दी में चक्रांकित महाराज का निवास स्थान एक धर्म मंदिर है। संपूर्ण परिवार के लोगों का व्यवहार धर्म में है । धर्म निष्ठा के साथ भक्ति ,ज्ञान ,वैराग्य में जीवन संपूर्ण परिवार का है ।यह बड़ी ईश्वरीय कृपा है। उनकी पुण्य स्मृति में विद्यालय में जो मंत्राशीर्वाद का कार्यक्रम हुआ यह विद्यालय के लिए शुभ संकेत है। चक्रांकित महाराज के भक्तों में भी भक्ति, ज्ञान, वैराग्य एवं धर्मनिष्ठा भरी है।हम इस पवित्र कार्यक्रम के लिए जो लोग काशी पधारे उन सब की सदिच्छा को भगवान पूर्ण करें ऐसी भगवान से प्रार्थना करते हैं। इस पवित्र अवसर पर श्री अवधूत चक्रांकित महाराज ने सॉन्गवेद विद्यालय के लिए कुछ द्रव्य अर्पित किया उसके लिए हम लोग आभारी रहेंगे।
