
नई दिल्ली/वाराणसी।भारत गणराज्य के महामहिम उपराष्ट्रपति महोदय आदरणीय श्रीयुत सी॰ पी॰ राधाकृष्णन् जी से दिल्ली में उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की गई।
इस अवसर पर संस्कृत और उसके विकास से सम्बन्धित विषयों पर गहन चर्चा हुई।
उक्त विचार सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने महामहिम उपराष्ट्रपति से मिलकर उक्त आशय की सूचना दिया।
कुलपति प्रो शर्मा ने बताया कि माननीय उपराष्ट्रपति महोदय ने अत्यन्त आत्मीय-भाव एवं तन्मयता के साथ शिक्षा, संस्कृत, संस्कृति, सामाजिक समरसता एवं उत्तम संसदीय परम्पराओं के संरक्षण व सम्वर्धन हेतु अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने “राष्ट्रीय शिक्षा नीति” के आलोक में संस्कृत के प्रोत्साहन हेतु अपना अमूल्य परामर्श प्रदान किया और सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के उन्नयन हेतु अपनी दृढ प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस अवसर पर वाराणसी की पवित्र धरा पर स्थित सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय परिवार की ओर से उन्हें विश्वविद्यालय में आकर अपना आशीर्वाद देकर कृतार्थ करने हेतु विनम्र निवेदन किया गया।
उन्होंने हमारे विश्वविद्यालय में आने विषयक निवेदन पर गम्भीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने बताया कि उपराष्ट्रपति महोदय की इस सदायता और आत्मीयता के लिए मैं अपनी ओर से एवं विश्वविद्यालय परिवार की ओर से उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। हमें विश्वास है कि उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन से हमारे विश्वविद्यालय का उन्नयन होगा और संस्कृत के विकास में हम और भी अधिक सफल होंगे।
