वाराणसी। विशेष सचिव पशुधन देवेंद्र कुमार पांडेय ने सर्किट हाउस सभागार में शासन द्वारा पशुपालकों के लिए संचालित योजनाओं तथा विभागीय कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने लंपी स्किन डिजीज से संबंधित सर्विलांस, टीमों द्वारा किए जा रहे टीकाकरण एवं रोग फैलने की स्थिति में किए जाने वाले कार्यों की तैयारी का भी जायजा लिया। आसपास के जनपदों में लंपी स्किन डिजीज के केस प्राप्त हुए हैं।
विशेष सचिव पशुधन देवेंद्र कुमार पांडेय ने बैठक के दौरान वाराणसी जनपद को अलर्ट करते हुए कहा कि अपना सर्विलांस प्रत्येक जनपद में करें और यदि कोई केस जनपद में हो, तो तत्काल मुख्यालय को रिपोर्ट करें। जनपद के सभी विकास खंडों में निराश्रित गोवंश में लंपी स्किन डिजीज पाए जाने पर एक अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल को आरक्षित किया गया है। उन्होंने वाराणसी जनपद में लंपी स्किन डिजीज हेतु चल रहे टीकाकरण की सराहना किया। उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद में संचालित गोवंश आश्रय स्थलों पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहें एवं कोई भी निराश्रित गोवंश सड़कों पर घूमता हुआ न पाया जाए। ऐसी स्थिति में तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी गोवंशों को आश्रय स्थलों में संरक्षित किए जाने हेतु निर्देशित किया। सेक्स सॉर्टेड सीमेंट से किया जा रहे कृत्रिम गर्भाधान की समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद में सेक्स सॉर्टेड सीमेंट से हो रहे कृत्रिम गर्भाधान की प्रतिशतता विगत वर्ष से अच्छी है एवं किसानों में इसके और प्रचार-प्रसार किये जाने की जरूरत पर जोर दिया। जनपद में कुल 6 मोबाइल वेटरनरी यूनिट संचालित है, जिसमें चार फिक्स रूट पर एवं दो इमरजेंसी में चल रहे हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि इमरजेंसी में भी चल रहे वाहनों से विभागीय कार्य लिए जाए एवं सभी वाहनों में कृत्रिम गर्भाधान हेतु किट की उपलब्धता कराई जाए। नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत जनपद के चार लाभार्थियों द्वारा बकरी योजना एवं भेड़ योजना में आवेदन किया गया है, जिनका जल्द ही सत्यापन कराकर योजना से लाभान्वित किये जाने हेतु उन्होंने निर्देशित किया। बताते चलें कि विशेष सचिव पशुधन वाराणसी मंडल एवं विंध्याचल मंडल के नोडल अधिकारी भी हैं।
बैठक में अपर निदेशक वाराणसी मंडल डॉ आर0के0 सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ वीके सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर व चंदौली एवं वाराणसी जनपद के समस्त उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।