
वाराणसी। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप मौर्य के आवासीय कार्यालय, टड़िया चकबिही में भारतीय संविधान के शिल्पकार और भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित वक्ताओं ने बाबा साहेब द्वारा बताए गए सिद्धांतों का अनुसरण करने का संकल्प लिया। प्रदीप मौर्य ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर ने न केवल भारतीय संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि समाज में व्याप्त जाति प्रथा, असमानता और दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ निरंतर संघर्ष किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक न्याय, समानता और अधिकारों की लड़ाई में समर्पित कर दिया। बाबा साहेब ने दलितों, पिछड़ों, मजदूरों तथा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और संवर्धन के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। इस दौरान जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट, संजय मौर्या प्रधान, सुक्खू यादव, सुमित मौर्या, मनोज मौर्या, राहुल मौर्या, सुधाकर सिंह, अशोक मौर्या, रिंकू पटेल, बलदेव मौर्या तथा सोनू मौर्या ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
