वाराणसी। डीएवी पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को ‘चार ट्रिलियन इकोनॉमी: सामाजिक – आर्थिक चुनौतिया भारतीय संदर्भ में’ विषयक संगोष्ठी सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता गाजियाबाद से आये इकोनॉमिक इंडिया के संपादक मनोहर मनोज ने अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हर मोर्चे पर चुनौतियों के बावजूद भारत ने 4 ट्रिलियन की इकोनॉमी को प्राप्त कर लिया है जो काफी उत्साहजनक है। वैश्वीकरण की नीति के बाद अर्थव्यवस्था को जो रफ्तार मिली थी वह 2008 -09 तक काफी कुन्द पड़ गयी थी, बीते दशक में उसे कुछ रफ़्तार मिलती उससे पहले नोटबन्दी और जीएसटी के अव्यवस्थित ढाँचे की वजह से फिर रुक सी गयी। रही सही कसर कोरोना काल मे चले लंबे लॉकडाउन ने पूरी कर दी। बावजूद इसके आज भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के शीर्ष 4 अर्थव्यवस्था में शामिल हो चुकी है, अब हमें इस दशक में 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के संकल्प को पूरा करना है। अध्यक्षता प्रो. अनूप मिश्रा ने किया। स्वागत डॉ. मयंक कुमार सिंह, संचालन डॉ. शालिनी सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पारुल जैन ने दिया। इस मौके पर डॉ. उदयभान सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।