वाराणसी।ईश्वरगंगी स्थित प्रमोद पाठशाला के विश्व विख्यात दैवज्ञ ज्योतिषाचार्य पंडित शम्भूनाथ शर्मा जी के स्मृति संचय स्मारक ग्रंथ “ज्योतिष्क का विमोचन भारतरत्न महामना पं0 मदन मोहन मालवीय जी के पौत्र न्यायमूर्ति पं० गिरधर मालवीय जी तीन जुलाई को करेंगे। विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई एवं नेहरू ग्राम भारतीय डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रयाग के पूर्व कुलपति वरिष्ठ पत्रकार प्रो० राम मोहन पाठक करेंगे। यह कार्यक्रम 3 जुलाई (सोमवार) को सायं 5 बजे वंशीवट बेक्वेट हॉल (महमूरगंज गैलेक्सी हॉस्पिटल रोड, वाराणसी) में सम्पन्न होगा।।

उपरोक्त जानकारी पं० शम्भूनाथ शर्मा के सुपुत्र प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं० उमंगनाथ शर्मा एवं दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा चेन्नई एवं नेहरू ग्राम भारतीय डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रयाग के पूर्व कुलपति वरिष्ठ पत्रकार प्रो० राम मोहन पाठक एवं पुस्तक के संयोजनकर्ता वेद प्रकाश मिश्र ने संयुक्तरूप से आज मध्यान्ह मलदहिया स्थित माइकोटेक सभागार में पत्र-प्रतिनिधियों से बातचीत में दी।उन्होंने बताया है कि ज्योतिष विज्ञान की प्रमोद पाठशाला का चार सौ वर्षों का अपना इतिहास है। संसार में भारत की यह पाठशाला ज्योतिष विज्ञान के खान के रूप में प्रख्यात है. अधिकृत जानकारी के लिये बी. बी. सी. यू.एन.आई., पी.टी.आई. व अन्य ब्राड कास्टिंग एजेन्सियों पर भारत सरकार भरोसा करती रही है। ज्योतिष विज्ञान की महत्ता व उसके ज्ञान का लाभ जन-जन तक पहुँचाने की परम्परा का निर्वाह आज भी प्रमोद पाठशाला कर रही है। इसके पाठशाला के माध्यम से ज्योतिष के ज्ञान-विज्ञान को दैवज्ञ ज्योतिषाचार्य पं० शम्भूनाथ शर्मा ने विश्व के कोने-कोने में पहुंचाया है, उनके व्यक्तित्व-कृतिव व ज्योतिष विज्ञान को इस स्मारक ग्रन्थ “ज्योतिष्क में यथा सम्भव समाहित किया गया है, ताकि आनेवाली पीढ़ीयों को इसका लाभ मिलता रहे।

इस अवसर पर वेद व ज्योतिष के मूरधन्य विद्वानों का सम्मान भी किया जायेगा वेदमुर्ति पं. लक्ष्मीकान्त दीक्षित वेदमुर्ति पं. ढूंढीराज पर्वतीय, डा० जुगल किशोर चौबे, वेदमूर्ति विकास दीक्षित पं. श्री विश्वनाथ झा ज्योतिषाचार्य पं. शम्भूनाथ ओझा जी शामिल हैं। डा. नागेन्द्र पाण्डेय ज्योतिष विभागाध्यक्ष सम्पूर्णानंद संस्कृत विο विo पूज्य शम्भूनाथ शर्मा जी के तैलचित्र का अनावरण भी होगा।

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