वाराणसी। उदय प्रताप कॉलेज में बी एड प्रथम सेमेस्टर के छात्राध्यापकों हेतु एक सप्ताह से चल रही नाट्य कार्यशाला का समापन हुआ। इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को नाटक के विविध प्रकार, रंगमंच की साज सज्जा, वेश भूषा, मेकअप, नाटककारों के बारे में जानकारी प्रदान की गई तथा विभिन्न नाटकों को अभिनीत करना भी सिखाया गया। विद्यार्थियों ने भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित प्रसिद्ध नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा मंचन किया। विद्यार्थियों ने कार्यशाला के अनुभवों को भी साझा किया। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रमेश धर द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि नाट्य कार्यशाला प्रशिक्षण के द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास होता है । उन्होंने विद्यार्थियों के भावपूर्ण अभिनय की प्रशंसा भी की। पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गरिमा सिंह ने कहा कि इस कार्यशाला से विद्यार्थियों के शिक्षण में सुधार होगा , उनका उच्चारण भी प्रभावशाली होगा । संकायाध्यक्ष प्रोफेसर नीलिमा सिंह ने विद्यार्थियों को प्रशिक्षण पूरा करने पर बधाई दी तथा शिक्षण में इस कार्यशाला के महत्व की जानकारी दी। प्रोफेसर रेनू सिंह ने विद्यार्थियों को जीवन में भावनाओं को सही रूप में प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला संयोजिका प्रोफेसर रश्मि सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रशिक्षक डॉक्टर शुभ्रा वर्मा ने संचालन किया। इस अवसर पर श्री कृष्ण कुमार भारती, डॉक्टर विजय सिंह, डॉक्टर विनोद कुमार तथा अन्य प्रशिक्षक भी उपस्थित थे।

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