
वाराणसी। भाषा बोलियां के सरोकारों की महत्ता,गौरव, योगदान एवं उसको प्रचारित प्रसारित करने की मूल भावना के साथ उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ एवं सहयोगी संस्था कमला ग्राम विकास संस्थान,प्रयागराज के सहयोग मंगलवार को हुनर ए बनारस (बसनी) में एक विद्वत गोष्ठी,संवाद,चर्चा एवं काव्य पाठ आयोजित हुआ। कमला ग्राम विकास संस्थान के सचिव व भोजपुरी संगम पत्रिका के संपादक अजीत सिंह ने अतिथियों स्मृति चिन्ह से स्वागत व सम्मान किया। समारोह में भोजपुरी संगम पत्रिका के एक विशेष अंक का लोकार्पण हुआ।
प्रयागराज के कवि डॉ श्लेष गौतम ने भोजपुरी की महत्ता उपादेयता एवं उसके सामाजिक सांस्कृतिक और साहित्यिक वैभव को रेखांकित करते हुए कहा कि भोजपुरी ने सदैव ही अपने समय में चिंतन मनन किया है। समाज को नई दिशा दी है। एक से एक लेखकों साहित्यिक मनीषियों ने लोक कवियों ने सामाजिक विद्रूपता विडंबनाओ और विषमताओं को अपनी रचनात्मकता से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भोजपुरी हमारी सांस्कृतिक संचेतना का प्रतीक एवं गौरव है। भोजपुरी संगम पत्रिका के संपादक व लोकविद् अजीत सिंह ने कहा कि आज पत्र पत्रिकाओं की एक महत्वपूर्ण भूमिका है भोजपुरी भाषा एवं उसके सांस्कृतिक सरोकारों को लोगों तक पहुंचाने के लिए। लोक कवि एवं संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ धर्म प्रकाश मिश्रा ने भोजपुरी में साहित्यकारों एवं कवियों के योगदान पर विस्तृत चर्चा करते हुए भोजपुरी काव्य संग्रह हनुमत का काव्य पाठ किया। भोजपुरी कवि मनोज द्विवेदी मधुर ने भोजपुरी में काव्य पाठ किया। विशेष अतिथि जवाहर दुबे ने भोजपुरी की व्यापक प्रचार प्रसार की आवश्यकता पर भी बल दिया।
विशिष्ट अतिथि प्रयागराज के डॉ अनुराग सिंह ने भोजपुरी भाषा को साहित्य और संस्कृति का एक ऐसा सकारात्मक सेतु बताया जो अपनी परंपरा और इतिहास को अक्षय रखते हुए भविष्य के लिए एक मार्गदर्शक का काम कर रही है। अजय कुमार सिंह धन्यवाद ज्ञापन और संचालन प्रयागराज डॉ श्लेष गौतम,अध्यक्षता कमला ग्राम विकास संस्थान के सचिव अजीत सिंह ने किया।
