
वाराणसी।डाफी स्थित कमला आर्शीवाद वाटिका में चल रहे देवी भागवत कथा के सातवें दिन गुरुवार को कथा का वर्णन करते हुए देवी उपसिका साध्वी गीताम्बा तीर्थ ने कहा कि देवी भागवत का पारायण ब्रह्म हत्या से भी मुक्ति दिलाता है।
कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि देवराज इंद्र ने एक ब्राह्मण कुल में जन्म में वृत्तासुर जैसे अधर्मी का वध कर दिया था जिससे उनको ब्रह्म हत्या का दोष लगा। ब्रह्म हत्या के दोस्त के निवारण के लिए इंद्र की पत्नी रुचि ने देवी भागवत का पारायण किया 9 दिन तक देवी भागवत का प्राण करने के बाद मां आदि शक्ति प्रकट हुई और देवराज इंद्र को ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्त किया।
देवी भागवत की कथा मनुष्य के दुखो को दूर करती है साथ ही सभी सुखों की प्राप्ति भी कराती हैं। 
उन्होंने बताया कि मां सरस्वती, लक्ष्मी और काली यश कीर्ति और वैभव को प्रदान करने प्रदान करने वाले देवियां हैं और इनका पूजन अर्चन करने से यश वैभव और कीर्ति बढ़ता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह मात्र शक्ति का सम्मान करें जिस घर में मातृ शक्ति का सम्मान होता है वहां सभी सुख अपने आप मिलने लगते हैं। कथा के अंत में पोथी की आरती कर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया।
