
वाराणसी। डीएवी पीजी कॉलेज में शनिवार को आईक्यूएसी के तत्वावधान में ‘आंखों की देख-भाल कैसे करें’ विषयक पर चिकित्सकीय परिचर्चा का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. सुनील कुमार शाह ने कहा की आँखे शरीर का आईना है, सिर्फ आँखे देखकर ही शरीर की बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। कोविड-19 के बाद से विभिन्न कारणों से लोगो की आँखों पर काफी प्रतिकूल प्रभाव देखा गया है जिसकी वजह से 25 फीसदी लोगों में चश्मे की जरूरत बढ़ी है। क्रिकेट का खेल, मोबाइल, लैपटॉप का अधिक प्रयोग मानव शरीर मे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को जन्म दे रहा है जिसका असर तत्काल आँखों पर दिखलाई पड़ रहा है।
डॉ. शाह ने कहा कि आँखों की रक्षा करना हमारा स्वयं का दायित्व है। हरी सब्जी, पका पपीता, पीले फल आँखों के लिए काफी फायदेमंद है। वहीं उन्होंने कहा कि शहर में गाड़ी चलाते समय हेलमेट जरूर पहने, प्रतिदिन आँखों को स्वच्छ जल से धोए। इसके अलावा घरेलू उपचार से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि 40 की अवस्था के बाद जिस तरह से शरीर की नियमित जाँच जरूरी है वैसे ही आँखों की भी जाँच कराते रहना चाहिए। लैपटॉप पर काम करते समय 20 मिनट में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है। इसके अलावा उन्होंने नेत्रदान के विषय मे भी सबको अवगत कराया।
डॉ.शाह का स्वागत महाविद्यालय के कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल जी ने किया। संचालन डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी ने किया। इस मौके पर मुख्य रूप से उपाचार्य प्रो. समीर कुमार पाठक, डॉ. राहुल समेत समस्त विभागाध्यक्ष, अध्यापक शामिल रहे।
