ऋत्विक प्रेमचंद मित्र से सम्मानित
वाराणसी। प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र की ओर से प्रेमचंद स्मारक स्थल लमही में आयोजित सुनों मैं प्रेमचंद कहानी पाठ 1588 दिवस पूर्ण होने पर प्रेमचंद की कहानी राजा हरदौल का पाठ अखिलेश कुमार सिंह ने किया। सम्मान संरक्षक प्रो. श्रद्धानंद व प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, आलोक शिवाजी व निदेशक राजीव गोंड ने किया। प्रो. श्रद्धानंद ने कहा कि प्रेमचंद हिंदी साहित्य के युगांतरकारी कथाकार माने जाते हैं। उन्होंने जहां एक ओर सामाजिक यथार्थ को प्रस्तुत किया, वहीं भारतीय लोकमानस, परंपरा और इतिहास की गहराइयों में जाकर भी कहानियाँ रचीं। “राजा हरदौल” उनकी ऐसी ही ऐतिहासिक लोककथा पर आधारित कहानी है, जो भारतीय जनमानस में श्रद्धा और आदर्श का प्रतीक बन चुकी है। संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समय में जब हम राजा हरदौल प्रेमचंद की ऐसी कहानी पढ़ते है जो इतिहास, संस्कृति और आदर्शों का संगम है। यह मात्र एक वीर की कहानी नहीं, बल्कि उस समाज की झलक है जो मर्यादा, त्याग और कर्तव्य को सर्वोपरि मानता है। प्रेमचंद ने इस लोककथा को गद्य साहित्य की गरिमा प्रदान कर इसे अमर बना दिया है। इस अवसर पर ऋत्विक सिंह को प्रेमचंद मित्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हर्षित श्रीवास्तव, डा. मनोहर लाल, चंदन मौर्य, रोहित गुप्ता, संजय श्रीवास्तव,आकाश श्रीवास्तव, राहुल यादव, अंकित सिंह, आदि थे। संचालन आयुषी दूबे , स्वागत मनोज विश्वकर्मा, धन्यवाद ज्ञापन आलोक शिवाजी ने किया।