वाराणसी। आर्य समाज लल्लापुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर प्रधान सी.ए. विष्णु प्रसाद ने सभी के साथ सामूहिक बृहद यज्ञ करने के पश्चात् सभागार में व्याख्यान कराएं । यज्ञ पाणिनी कन्या महाविद्यालय के छात्राओं के ब्रम्हत्व में हुआ। अध्यक्षता जिला आर्य प्रतिनिधि सभा वाराणसी-चन्दौली के अध्यक्ष प्रमोद आर्य ‘आर्षेय’ ने किया।अमेठी के डॉ ज्वलंत शास्त्री ने कहा कि अमृत महोत्सव के तहत महर्षि दयानन्द सरस्वती के २००वीं जयन्ती ज्ञान प्रकाश पर्व पर रचित सत्यार्थ प्रकाश के 11वें समुल्लास में महाभारत व गीता के आधार पर बताए गए कृष्ण के जीवन चरित को अपनाकर ही भारत को पुनः विश्वगुरु बनाया जा सकता है। जिला सभा के मंत्री सत्येंद्र आर्य ने कहा कि योगीराज कृष्ण को जान व मानकर ही हमसब अपने जीवन को सदाचारी बना सकते हैं । स्वामी राजेन्द्र योगी सरस्वती ने कहा कि मुगल समय में लिखे पुराणों व भागवत को इतना अधिक प्रक्षेपित किया गया है कि उस प्रेक्षण को त्यागकर ही हमसब योगीराज भगवान श्री कृष्ण जी के चरित्र को सही दिशा में जान व मान सकते हैं । इस अवसर पर मातृ मन्दिर कन्या गुरुकुल की आचार्या डॉ गायत्री आर्या के द्वारा तैयार कराए गए नन्हीं ब्रह्मचारिणियों द्वारा गीता के पाठ का गायन व योगेश्वर श्रीकृष्ण के चरित्र पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गएं । सोमेन्द्र आर्य ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किया। संयोजक रवि प्रकाश आर्य रहे व धन्यवाद ज्ञापन मंत्री अखिलेश आर्य ने दिया। इस अवसर पर जिला आर्य प्रतिनिधि सभा वाराणसी-चन्दौली के पूर्व प्रधान अरुण आर्य, डॉ शम्भूनाथ शास्त्री, आर्य वीर दल के संचालक दिनेश आर्य, विजय आर्य, शोध छात्रा दिव्य किरण आर्या आदि शामिल थे।