नई दिल्ली। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के धूमधाम से मनाए जाने के बाद अब भक्तों ने रामलला के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाने के उपलक्ष्य में पूर्वी दिल्ली के स्वास्थ्य विहार क्षेत्र में गुजरात विहार में राधा श्यामसुंदर ट्रस्ट व सभी भक्तजनों के सहयोग से 17 अप्रैल रामजन्मोत्सव से 23 अप्रैल हनुमान जन्मोत्सव तक भव्य वाल्मिकी रामायणजी का आयोजन किया जा रहा है।
इस उपलक्ष्य में एक भव्य कलशयात्रा का आयोजन हुआ, जिसमें 251 महिलाओं ने भक्तिभाव से ओत-प्रोत होकर कलश उठाए और नाचते-गाते हुए सुंदर कलश यात्रा से भव्य कथा का शुभारंभ किया।
प्रसिद्ध कथावाचक श्री गौरदासजी महाराज (वृंदावन) के मुखारविंद से भक्तजनों को महर्षि वाल्मिकीजी का चरित्र व लवकुश के बारे में सुनने को मिला। बड़े भव्य रूप में रामलला का जन्मोत्सव किया गया, जिसमें भक्तों ने खूब आनंद लिया और रामलला व तीनों भाइयों के पालने के दर्शन करके भक्त भावविभोर हो गए और श्रद्धाभाव से रामलला को पालना झुलाया। यह मनमोहक दृश्य देखते ही बनता था, जिसका वर्णन नहीं किया जा। बड़ी संख्या में बच्चे, महिलाएँ, पुरुष व वृद्ध सज-धजकर अपने आराध्य श्रीराम के जन्मोत्सव का आनंद उठाने आए थे और 500 वर्ष बाद अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद आई श्रीरामनवमी को लेकर अत्यंत उत्साह के साथ रामकथा का श्रवण किया।